सोमवार, 27 फ़रवरी 2012

जय बोलो सुखराम राज की


भारत में भ्रष्टाचार का क्षेत्रवार विवरणदेश में इस समय सुखराम राज आ गया है। चौंकिए मत! इस राज में न तो सुख है, न राम। हैं तो बस सुखराम। क्योंकि सुखराम के भक्तों की संख्या दिन दूनी, रात चौगुनी की रफ्तार से बढ़ है। सुखराम का दिल बहुत ही छोटा है, लेकिन उसमें जगह अनलिमिटेड है। वह अपने भक्तों को कभी निराश नहीं करते। वह भारत के ऐसे जीनियस (जाज्वल्यमान नक्षत्र) हैं जिनके पास ‘सुख और राम’, दोनों का न फिनिश होने वाला ‘कुबेर का खजाना’ है।

बुधवार, 1 फ़रवरी 2012

मोदी: विकास और हिंदुत्व का पोस्टर बॉय





गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने द्वारा किए गए विकास को असंख्य बार साबित किया है। ताज्जुब की बात यह है कि अब महबूबा मुफ्ती, अमरिंदर सिंह, गुजरात कांग्रेस और सबसे खुलकर शीला दीक्षित भी मुहर लगा रही हैं। मोदी की सियासत गलत हो सकती है, लेकिन यह भी याद रखें कि उनपर लगाए गए दंगों के आरोप अभी तक किसी अदालत में साबित नहीं हुए हैं।



नरेंद्र मोदी की स्थिति देश में '32 दांतों के बीच जीभ से भी बुरी' है। इसके बावजूद मोदी जब तक गुजरात में पूर्ण बहुमत से सरकार में रहेंगे, अदालत और कानून के अलावा बहुत मुश्किल है उनका बाल बांका करना। मोदी का ध्यान आते ही मुझे इस्राइल जैसे देश का सहसा स्मरण हो जाता है। इस्राइल की भी स्थिति चारों तरफ दुश्मनों से घिरे होने के कारण 32 दांतों के बीच जीभ जैसी है। फिर भी वह अरब जगत से युद्ध जीतकर सुरक्षित है।